गड़बड़ी फैला सकता है पाकिस्तान, सतर्क रहें भारत की खुफिया एजेंसियां : प्रकाश सिंह ने शशिकांत से कहा
मुझे लगता है कि रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को लेकर जो फैसला आनेवाला है उस पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए क्योंकि दोनों पक्षों में से किसी को यदि इस फ़ैसले से असंतोष होता है तो सुप्रीम कोर्ट जाने का रास्ता उसके सामने खुला हुआ है.
लेकिन फिर भी मैं कहना चाहूंगा कि हमारी खुफिया एजेंसियों को सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि पाकिस्तानी एजेंसियों की शह पर सिम्मी, इंडियन मुजाहिदीन जैसी उपद्रवी संस्थाएं फ़ैसले के बाद देश में गड़बड़ी फैला सकती हैं.
दरअसल पाकिस्तान और वहां की एजेंसियां नहीं चाहतीं कि भारत में अमन का माहौल हो. वे हमेशा यहाँ गड़बड़ी फैलाने के मौके की तलाश में रहती हैं.
दरअसल पाकिस्तान और वहां की एजेंसियां नहीं चाहतीं कि भारत में अमन का माहौल हो. वे हमेशा यहाँ गड़बड़ी फैलाने के मौके की तलाश में रहती हैं.
फैसला चाहे कुछ भी हो, यहाँ के दोनों पक्ष के लोगों को शांत किया जा सकता है लेकिन इस तरह के संवेदनशील मसले पर देश में शांति-व्यवस्था बनाए रखने की गंभीर चुनौती भी हमारे सामने है.
यह मैं इस आधार पर कह रहा हूँ क्योंकि आजकल देश की हालत बहुत ठीक नहीं है. कश्मीर में पिछले कई महीनों से अशांति का माहौल है, उधर प. बंगाल में मिदनापुर जिले में अभी कुछ दिनों पहले जिस तरह कुछ उपद्रवियों ने एक धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचाया, इन्हें देखते हुए सरकार, प्रशासन और खुफिया तंत्र को चौकस रहने की जरूरत है.
अभी हमने देखा कि हमारी सरकार के लोग कश्मीर में वहां के अलगाववादी नेताओं से बातचीत करने गए. जब वे सरकार और इनके प्रतिनिधियों से नहीं मिले तो ये सैयद अहमद शाह गिलानी, यासीन मालिक और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेताओं के घर जा कर उनसे मिले.
यह मैं इस आधार पर कह रहा हूँ क्योंकि आजकल देश की हालत बहुत ठीक नहीं है. कश्मीर में पिछले कई महीनों से अशांति का माहौल है, उधर प. बंगाल में मिदनापुर जिले में अभी कुछ दिनों पहले जिस तरह कुछ उपद्रवियों ने एक धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंचाया, इन्हें देखते हुए सरकार, प्रशासन और खुफिया तंत्र को चौकस रहने की जरूरत है.
अभी हमने देखा कि हमारी सरकार के लोग कश्मीर में वहां के अलगाववादी नेताओं से बातचीत करने गए. जब वे सरकार और इनके प्रतिनिधियों से नहीं मिले तो ये सैयद अहमद शाह गिलानी, यासीन मालिक और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेताओं के घर जा कर उनसे मिले.
मुझे लगता है कि सरकार के इस कदम से उन अलगाववादी नेताओं के हौसले और बुलंद होंगे. वे कहेंगे कि देखो मैं सरकार से नहीं मिलता, वे हमसे मिलने हमारे घर पर आते हैं.
(प्रकाश सिंह उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक हैं)
(२३ सितम्बर, २०१० के दैनिक भास्कर, नई दिल्ली में प्रकाशित)
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