पाकिस्तान में बाढ़, सहायता के लिए यूएन की गुहार

पाकिस्तान में बाढ़
पाकिस्तान में मौजूद राहत एजेंसियों का कहना है कि अगर देश में बाढ़ से पनपे हालात से निबटने के लिए तुरंत अंतरराष्ट्रीय सहायता में बढ़ोतरी नहीं की गई तो और कई लोगों की जान ख़तरे में पड़ जाएगी.
पाकिस्तान में बाढ़ अब देश की दक्षिणी हिस्सों की ओर बढ़ रही है और हर वक़्त नए इलाक़े इसके प्रभाव में आ रहे हैं. बुधवार को सयुंक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय के लिए ताज़ा अपील जारी करेगा.

सयुंक्त राष्ट्र के आपातकालीन राहत कॉ-ऑर्डिनेटर जॉन होल्म्स ने बीबीसी को बताया, “हम फ़िलहाल 40 से 50 करोड़ अमरीकी डॉलर तक की सहायता की अपील करने वाले हैं. और ये सिर्फ़ पहले तीन महीनों के लिए एक प्रारंभिक आंकड़ा है जो मौजूदा हालात में संभव आकलन पर आधारित है.”

बड़ी त्रासदी

"हमारे लिए समस्या ये नहीं है कि कितने लोग मारे गए हैं बल्कि ये है कि कितने लोगों को सहायता चाहिए. हम कह रहे हैं कि पाकिस्तान में बाढ़ से प्रभावित लोगों की तादाद बहुत बड़ी है और ये लगातार बढ़ रही है."
- जॉन होल्म्स, सयुंक्त राष्ट्र के आपातकालीन राहत कॉ-ऑर्डिनेटर
सयुंक्त राष्ट्र का कहना है कि पाकिस्तान में आई मौजूदा बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या अब एशिया में सुनामी, दक्षिण एशिया में वर्ष 2005 में आए भूकंप और हैटी में आए भूंकप से प्रभावित लोगों से अधिक हो गई है.
जॉन होल्म्स के बीबीसी को बताया कि पाकिस्तान में मरने वालों की संख्या भले ही इन त्रासदियों से कम हो लेकिन वहां भारी संख्या में लोगों की पीड़ा कहीं ज़्यादा है.

जॉन होल्म्स ने कहा, “हमारे लिए समस्या ये नहीं है कि कितने लोग मारे गए हैं बल्कि ये है कि कितने लोगों को सहायता चाहिए. हम कह रहे हैं कि पाकिस्तान में बाढ़ से प्रभावित लोगों की तादाद बहुत बड़ी है और ये लगातार बढ़ रही है.”

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